कोरोना को लेकर सरकार ने गाइड लाइन जारी की है, इसके लिए पूरे दिशा-निर्देश हैं लेकिन गुना में कई जगह इनका पालन ही नहीं हो पा रहा है। जिला अस्पताल में पिछले दिनों ही सामान्य फ्लू के मरीजों के लिए बनी ओपीडी में ही इतनी भीड़ है कि समस्या खड़ी हो रही है। वहीं सीएए, एनआरसी के विरोध में दिल्ली की शाहीन बाग के नाम से चल रहे प्रदर्शन भी जारी है, इसके कर्ताधर्ता हैं कि किसी की मानने को तैयार नहीं है। कई बार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इन्हें समझा चुके हैं।
जिला अस्पताल में सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों के लिए बनाई गई नई ओपीडी खचाखच भर रहती है। मरीज वहां पर ही छींक और खांस रहे हैं। इसके बाद भी उनको कतार लगाकर देखा जा रहा है। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है पर प्रबंधन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है जबकि कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है।
प्रदर्शनकर्ताओं को नहीं है आम लोगों के सेहत की चिंता
शास्त्री पार्क पर 18 दिसंबर से दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर सीएए, एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इसमें महिलाएं और बच्चे भी पहुंचते हैं। अब तक प्रदर्शन को लेकर कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन कोरोना वायरस को लेकर गाइड लाइन जारी की गई है, इसमें अदालत तक दायरे में आ चुकी हैं, सिर्फ अर्टेज मामलों की सुनवाई होगी। वहीं शादी, आयोजन, शासकीय कार्यक्रम तक पर 31 मार्च तक रोक लगा दी गई है। इसी बीच शास्त्री पार्क पर चल रहे प्रदर्शनकारी पर सरकार के इन कानून और दिशा-निर्देशों का कोई असर नहीं है। कोरोना के कारण इस प्रदर्शन को भी बंद होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। प्रदर्शन में शामिल कुछ कथित नेताओं को लोगों की सेहत तक की चिंता नहीं है, यही वजह है कि सब आयोजन पर रोक के बाद भी यह प्रदर्शन बंद नहीं कर रहे हैं।