पिछले दो दिन से तापमान में चार डिग्री से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे कई जगहों पर लो प्रेशर जोन बन गया। इसके बाद बारिश ओले के साथ 10 से 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलना शुरू हो गई।
ओले गिरने से नुकसान की सूचना
कई जगह छोटे तो कुछ जगहों पर बड़े आकार के ओलों के गिरने से काफी नुकसान के सूचना है। बुदनी के मकोड़िया गांव के अलावा चकल्दी, रेहटी और नसरुल्लागंज के कई गांवों में बारिश के साथ ओले गिरे। मौसम विभाग के तकनीकी अधिकारी डॉ. एसएस तोमर का कहना है कि लो प्रेशर जोन बनने और तेज हवाओं के कारण बारिश के साथ ओले गिरे हैं। आगामी 24 घंटों में खतरा बना हुआ है। कई जगहों पर बारिश हो सकती है।
वहीं, क्षेत्र में 60 हजार 400 हेक्टेयर में गेहूं एवं 12 हजार हेक्टेयर में चना, मक्का, जौ, मटर सहित अन्य कई फसलों की बोवनी हुई है। लगभग 15 हजार हेक्टेयर में खड़ी हुई फसल किसानों ने काट ली है तो वहीं अभी भी लगभग 57 हजार हेक्टेयर फसल खेतों में खड़ी हुई है।
25 मिनट तक बरसा पानी
बुधवार दोपहर बाद आसमान पर अचानक ही बादलों के छाने और फिर तेज बारिश और ओलों ने तबाही मचा दी। झोगला, बिजाला चांदाग्रहण प्लासीकला, पाचौर, छिदगांव मौजी, नेहरू गांव में काफी ओले गिरे। इस बीच बारिश भी हुई। रात 8 बजे के लगभग नसरूल्लागंज में भी बारिश शुरु हुई। पाचौर गांव के अर्जुन सिंह मुकाती के अनुसार देर शाम को 25 मिनट तक तेज बरसात होती रही। इस दौरान कुछ देर के लिए हल्के ओले भी गिरे।